जब आप मधुमेह या उîच रľचाप के रोगी घोिषत होते हÝ तो अéसर डॉéटर यही कहते हÝ िक आप इसे दवाओं से
िनयिं IJत तो कर सकते हÝ पर आपको आजीवन इüहğ दवाओं के साथ जीना होगा।
आप Čवयं को इस रोग से कभी मुľ नहğ कर सकÚ ग।े बाईपास के रोगी को बार-बार बाईपास सजàरी करानी होगी या
एंÙजयोþलाČटी के रोगी को छह महीने बाद ही दोबारा उसी धमनी कĢ एंÙजयोþलाČटी करवानी होगी, ये सब बहĨ त ही
आम ŵĊय ह।Ý यह िबĆकु ल Čपū है िक एलोपÙै थक िचिकøसा पśित के वल बाहरी Čतर पर काम करती है और उसकĢ
पहल ऐसी कभी नहğ रहती िक वह रोगी के रोग कĢ मूल जड़ या कारण पर Ĵहार करे। मÝ अपने éलीिनक मÚ आने
वाले रोिगयƁ या ČवाČùय कायàशालाओं मÚ िहČसा लेने वाले ĉयिľयƁ से हĨ ए अनुभवƁ के आधार पर कह सकता हĩ ं िक
चाइना Čटडी डाइट þलान रोग के मूल पर Ĵहार करता है और तीन से छह माह मÚ ही सुधार िदखने लगता ह।ै यह रोग
को पूरी तरह से समाţ कर देता है और दोबारा एलोपथै ी कĢ शरण मÚ जाने कĢ आवĊयकता नहğ रहती।
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